परमाणु रिएक्टर ‘अप्सरा’: अप्सरा, भारत का पहला परमाणु रिएक्टर है जिसे भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग द्वारा डिज़ाइन और निर्मित किया गया था। इसका निर्माण 1956 में हुआ था। यह केवल भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का पहला परमाणु रिएक्टर है, जो मुंबई के ट्राम्बे में स्थित है। परमाणु रिएक्टर ‘अप्सरा’ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दिया गया है-
अप्सरा परमाणु रिएक्टर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
1. अप्सरा, भारत का सबसे पुराना और पहला परमाणु रिएक्टर है। यह केवल भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का पहला परमाणु रिएक्टर है।
2. यह परमाणु रिएक्टर मुंबई के ट्राम्बे में स्थित भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में स्थित है।
3. इसका उद्घाटन 4 अगस्त 1956 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु द्वारा किया गया था।
4. इस परमाणु रिएक्टर का डिजाईन और निर्माण भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग द्वारा किया गया था।
5. अप्सरा एक लाइट वाटर स्विमिंग पूल प्रकार का रिएक्टर है। इसका डिज़ाइन ऐसा है की इसमें न्यूट्रॉन मॉडरेटर के रूप में पानी का उपयोग होता है, जो न्यूट्रॉनों की गति को धीमा करने में मदद करता है।
6. शुरुआत में, इस रिएक्टर को उच्च समृद्ध यूरेनियम (HEU) इंधन का उपयोग करके संचालित किया गया था, लेकिन बाद में, इसे निम्न समृद्ध यूरेनियम (LEU) इंधन पर संचालित किया गया।
7. इसका मुख्य उद्देश्य अनुसंधान और परीक्षण था। इसने भारत के वैज्ञानिकों को परमाणु विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अनुसंधान करने की अनुमति दी थी।
8. इस रिएक्टर के शीतलन के लिए स्वच्छ पानी का उपयोग किया गया था, जो इसे ठंडा रखने और स्थिरता बनाए रखने में मदद करता था।
9. अप्सरा रिएक्टर का नामकरण भारतीय पौराणिक कथाओं की सुन्दर अप्सराओं के नाम पर किया गया था, जो इसके सौंदर्य और सरलता का प्रतीक है।
10. अप्सरा परमाणु रिएक्टर को वर्ष 2009 में अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था और इसे अप्सरा-U (अप्सरा अपग्रेडेड) के रूप में पुनर्निर्मित किया गया। इस नए अप्सरा-U को 10 सितंबर 2018 को पुनः आरंभ किया गया।
भारतीय परमाणु कार्यक्रम के जनक डॉ. होमी जे भाभा थे। उन्होंने 50 के दशक में कहा था की ‘अनुसंधान रिएक्टर परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ की हड्डी होती है’।
- इसे भी पढ़ सकते है – विश्व के 7 नए आश्चर्य