नमस्कार, मैं रवि कुमार। आज के इस लेख में हम 10 अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ के बारे में बात करेंगे जो परीक्षा में बार-बार पूछा जाता है। इसके साथ-साथ इन सीमाओं से संबंधित कुछ तथ्य के बारें में भी बात किया है, जो आपको अवश्य जाननी चाहिए।
1. रेडक्लिफ रेखा
रेडक्लिफ रेखा, भारत एवं पाकिस्तान के बीच स्थित है। यह रेखा भारत एवं बांग्लादेश के मध्य भी है। 17 अगस्त 1947 को भारत विभाजन के बाद यह भारत एवं पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा बना।
रेडक्लिफ रेखा का निर्धारण सर सिरिल रेडक्लिफ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा किया गया था।
जब 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन समाप्त हुआ तो बंगाल के एक छोटे प्रान्त को पूर्वी बंगाल और पश्चिमी बंगाल में विभाजित कर दिया गया। वर्ष 1955 में पूर्वी बंगाल का नाम बदलकर पूर्वी पाकिस्तान कर दिया गया, और 1971 में पूर्वी पाकिस्तान का नाम बदलकर बांग्लादेश कर दिया गया।
वर्तमान पाकिस्तान को 1955 से 1970 तक पश्चिमी पाकिस्तान के रूप में जाना जाता था। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है और इसकी मुद्रा पाकिस्तानी रुपया है।
2. मैकमोहन रेखा
मैकमोहन रेखा, भारत एवं चीन के बीच की अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा है। यह लगभग 890 किमी लंबी सीमा रेखा है, जिसका निर्धारण 1914 में किया गया था। इस सीमा रेखा का नाम सर हेनरी मैकमहोन के नाम पर रखा गया है, जो ब्रिटिश भारत के विदेश सचिव थे।
मैकमोहन रेखा अरुणाचल प्रदेश के साथ लगती हुई सीमा रेखा है। चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है और इसे ‘दक्षिण तिब्बत’ के नाम से पुकारता है। 1962 के भारत-चीन युद्ध का एक प्रमुख कारण यही सीमा रेखा था।
वर्तमान में, भारत मैकमोहन रेखा को अपनी वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control, LAC) मानता है।
3. हिंडनबर्ग रेखा/ओडरनीस रेखा
हिंडनबर्ग और ओडरनीस अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा जर्मनी और पोलैंड के बीच स्थित है।
हिंडनबर्ग रेखा का नाम जर्मन फील्ड मार्शल, पॉल वॉन हिंडनबर्ग के नाम पर रखा गया है। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान, 1917 में, जर्मन सेना ने पश्चिमी मोर्चे पर अपनी स्थिति को मजबूत करने और संसाधनों की बचत करने के लिए इस रेखा को स्थापित किया था।
ओडरनीस रेखा का नाम ओडर नदी और नीस नदी के नाम पर रखा गया है। यह रेखा जर्मनी के पूर्वी हिस्से और पोलैंड के पश्चिमी हिस्से के बीच स्थित है।
4. 38वीं समानांतर रेखा
38वीं समानांतर रेखा, कोरियाई प्रायद्वीप को दो हिस्सों, उत्तरी कोरिया और दक्षिणी कोरिया, में विभाजित करती है। यानि 38वीं समानांतर अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा उत्तरी कोरिया और दक्षिणी कोरिया के बीच स्थित है।
38वीं समानांतर रेखा 38 अंश उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। इसे 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के अंत में जापानी कब्जे से कोरिया को मुक्त करने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ द्वारा अस्थायी सीमा के रूप में स्थापित की गई थी।
5. मैनरहीम रेखा
मैनरहीम रेखा, फिनलैंड एवं रूस के बीच स्थित है। इसका निर्माण 1930 के दशक में सोवियत संघ के संभावित आक्रमण के खिलाफ फिनलैंड की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए किया गया था।
मैनरहीम रेखा का नाम फिनलैंड के सैन्य नेता और फिल्ड मार्शल, कार्ल गुस्ताफ एमिल मैनरहीम, के नाम पर रखा गया था। यह रेखा लेनिनग्राद (सेंट पीटर्सबर्ग) के दक्षिण में स्थित है।
6. डूरंड रेखा
डूरंड रेखा, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच स्थित है। इसका नाम ब्रिटिश भारत के विदेश सचिव सर हेनरी मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया है।
डूरंड रेखा लगभग 2,640 किमी लंबी है, जो पाकिस्तान के पश्चिमी सीमा से लेकर अफगानिस्तान के पूर्वी सीमा तक फैली हुई है। इस रेखा को 1893 में ब्रिटिश भारत और अफगानिस्तान के अमीर अब्दुर रहमान खान के बीच हुए एक समझौते के परिणामस्वरूप स्थापित किया गया था।
7. मैगीनॉट रेखा
मैगीनॉट रेखा, फ्रांस एवं जर्मनी के बीच स्थित है। इसे 1929 से 1938 के बीच बनाई गई थी। इस रेखा का नाम फ्रांस के युद्ध मंत्री आंद्रे मैगीनॉट के नाम पर रखा गया है।
मैगीनॉट रेखा लगभग 450 किमी लंबी है। यह फ्रांस की पूर्वी सीमा पर स्थित है, जो स्विट्ज़रलैंड से लेकर लक्जमबर्ग तक फैली हुई है।
8. 49वीं समानांतर रेखा
49वीं समानांतर रेखा, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और कनाडा के बीच स्थित है।
49वीं समानांतर रेखा उत्तरी गोलार्द्ध में 49 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। यह रेखा प्रशांत महासागर से रॉकी पर्वत और उसके बाद मेनिटोबा की सीमा तक फैली हुई है।
49वीं समानांतर रेखा को विश्व की सबसे लंबी असुरक्षित सीमा मानी जाती है, क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच मुक्त आवाजाही होती है।
9. सिगफ्राइड रेखा
सिगफ्राइड रेखा, जर्मनी और फ्रांस के बीच स्थित है। इसका निर्माण जर्मनी द्वारा 1930 के दशक में अडोल्फ हिटलर के आदेश पर हुआ था। इसका आधिकारिक नाम ‘वेस्टवॉल (West wall)’ था।
सिगफ्राइड रेखा लगभग 630 किमी लंबी है, जो जर्मनी की पश्चिमी सीमा पर स्थित थी, जो नीदरलैंड्स से स्विट्ज़रलैंड तक फैली हुई थी।
10. 17वीं समानांतर रेखा
17वीं समानांतर रेखा, उत्तरी वियतनाम और दक्षिणी वियतनाम के बीच स्थित था। इसका निर्धारण 1954 में जिनेवा समझौते के तहत किया गया था, जिसका उद्देश्य फ्रांसीसी औपनिवेशिक शासन के अंत के बाद वियतनाम में शांति स्थापित करना और युद्ध विराम सुनिश्चित करना था।
17वीं समानांतर रेखा, 17 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। इस रेखा को अस्थायी विभाजन के रूप में निर्धारित किया गया था, जिसके अनुसार उत्तर में कम्युनिस्ट शासन के तहत हो-ची-मिन्ह के नेतृत्व में उत्तरी वियतनाम और दक्षिण में गैर-कम्युनिस्ट शासन के तहत दक्षिणी वियतनाम का गठन हुआ था।
वियतनाम का एकीकरण 1975 में हुआ था, जब उत्तरी वियतनाम ने दक्षिणी वियतनाम पर विजय प्राप्त की थी।
30 अप्रैल 1975 को ‘साइगन शहर का गिराना’ वियतनाम के एकीकरण का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को ‘वियतनाम के एकीकरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
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